‘किट्टू’ के लिए
सपनों की उम्र
लंबी हो गई
ज़िन्दगी छोटी होने का ग़म नहीं
सपनों का अंकुर फूटा है
रोशनी की फ़सल आँखों में
तैरने लगी है
इस रोशनी का नाम ‘
किट्टू’
होना चाहिए ।
{"
हाथ सुंदर लगते हैं" कविता संग्रह में संकलित , बेटे ऋत्विज (किट्टू) के लिए लिखी कविता}
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